अगस्त में कक्षा-12 की परीक्षाएं कराने पर सरकार विचार करे

-सीएमएस के संस्थापक ने पीएम को पत्र लिखकर की अपील
 लखनऊ। सिटी मांटेसरी स्कूल के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर कक्षा-12 की परीक्षाओं को आयोजित कराने पर विचार करने की अपील की है। शुक्रवार को आयोजित ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस में श्री गांधी ने जानकारी देते हुए बताया कि जिस समय कोरोना पीक पर था, उस दौरान परीक्षाओं को निरस्त करने का फैसला सभी ने स्वीकार किया। अब कोरोना के लगातार मरीज कम हो रहे है। स्थित पूरी तरह से नियंत्रण में आ चुकी है, तो मेधावी छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए सरकार को अगस्त महीने में कक्षा-12 की परीक्षाएं आयोजित करने पर विचार करना चाहिए। डॉ. गांधी ने कहा कि 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा को रद्द करने के निर्णय से उत्पन्न परिस्थितियों में सभी छात्रों का एक वैध एवं पारदर्शी मूल्यांकन संभव नहीं है। ऐसे में देश भर के मेधावी छात्र उच्च शिक्षा के लिए देश-विदेश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में अपने प्रवेश को लेकर चिंतित है। उनका कहना है कि यदि स्कूलों द्वारा दिए गए अंकों के आधार पर परीक्षाफल घोषित किया जाता है, तो ऐसे में उन मेधावी छात्रों के साथ अन्याय होगा, जिन्होंने 2 साल तक लगातार बोर्ड परीक्षा की तैयारी की है। इसके साथ ही एक डर यह भी है कि एवं वैध एवं पारदर्शी मूल्यांकन प्रणाली के अभाव में स्कूल जहां मनमानी रूप से बच्चों को नंबर दे सकते हैं, तो वहीं मेधावी छात्रों का कमजोर छात्रों के साथ मूल्यांकन करना भी मेधावी छात्रों के साथ अन्याय होगा।
यदि नीट एवं जेईई से जुड़ी परीक्षाएं हो सकती हैं, तो कक्षा-12 की क्यों नहीं ?
डाॅ. गांधी ने प्रधानमंत्री को लिखे गए पत्र में यह भी याद दिलाया कि सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा को रद्द करते समय बोर्ड द्वारा इस बात का विकल्प खुला रखा गया था कि आने वाले समय में कोरोना महामारी के नियंत्रित होने पर बोर्ड परीक्षाओं को आयोजित करवाया जा सकता है। जबकि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) अगले सप्ताह तक तक नीट एवं जेईई से जुड़ी परीक्षा का कार्यक्रम जारी करने जा रही है। ऐसे में, कक्षा-12 की बोर्ड परीक्षा को निरस्त करना छात्रों के लिए अन्याय होगा। लिहाजा इन बिंदुओं पर भी ध्यान देने की जरूरत है।
तीसरी लहर से पहले संपन्न हो जाएंगी परीक्षाएं
डॉ. गांधी ने यह भी स्पष्ट किया है कि पत्र लिखने से पहले उन्होंने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर कई डॉक्टरों से भी परामर्श लिया। जिसमे डॉक्टरों ने नवंबर, दिसंबर महीने में तीसरी लहर की आशंका जताई है। इस हिसाब से अगस्त में परीक्षाएं आयोजित कराई जा सकती हैं।

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