छात्राओं ने मॉडल द्वारा विज्ञान की बारीकियों को किया प्रदर्शित

राजकीय बालिका इण्टर काॅलेज विकास नगर में विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन

क्राइम रिव्यू

लखनऊ। राजकीय बालिका इण्टर काॅलेज विकास नगर में आयोजित विज्ञान प्रदर्शनी में भावी वैज्ञानिकों ने अपनी उत्कृष्ट कला का प्रदर्शन करके सभी को आश्चर्य चकित कर दिया। विद्यालय की प्रधानाचार्य कुसुम वर्मा के निर्देशन में कक्षा 9 से 12 की छात्राओं ने गणित, भौतिक विज्ञान तथा जीव विज्ञान विषयों से सम्बंधित विभिन्न कार्यकारी एवं स्थायी माडलों को सुरुचिपूर्ण ढंग से निर्मित करके प्रदर्शित किया। इस प्रदर्शनी में कल 40 माॅडलों को प्रदर्शित किया गया।

प्रदर्शनी में भौतिक विज्ञान में लाई-फाई, विद्युत मोटर, ऑप्टिकल बाइक्स, होलोग्राफिक प्रोजेक्टर, चन्द्रयान-2, स्मोक ऑब्जर्वर, हाइड्रोलिक लिफ्ट आदि, जीव विज्ञान में रेन वाॅटर हार्वेस्टिंग, प्रकाश संश्लेषण, डीएनए सोलर ड्रिप इरिगेशन तथा गणित में पाइथागोरस प्रमेय, मैपिंग, त्रिभुज के गुण, परवलय कोण की माप आदि मुख्य आकर्षण के केन्द्र बने। इस प्रदर्शनी में कशिश वर्मा, शालू खरवार, मौसम भारती, संजना शर्मा, प्रीति कश्यप, अनामिका, दीपांशी तिवारी, नाज़िया आदि छात्राओं ने अपनी शिक्षिकाओं भौतिक विज्ञान प्रवक्ता रश्मि मिश्रा, गणित प्रवक्ता निशा तथा बबिता वर्मा रसायन प्रवक्ता मधुलिका चतुर्वेदी, जीव विज्ञान प्रवक्ता मनीषा सक्सेना के मार्गदर्शन में किया। प्रधानाचार्य कुसुम वर्मा का महत्वपूर्ण योगदान रहा। प्रदर्शनी में आये लोगों ने छात्राओं के मॉडल की जमकर सराहना की।

इन मॉडलों को मिली जमकर सराहना

1-प्रदर्शनी में कशिश वर्मा का होलोग्राफी प्रोजेक्टर आकर्षण का केन्द्र रहा। होलोग्राफी एक दृश्य भ्रम है। जिसमें हम किसी वस्तु को एक डिस्प्ले डिवाइस की सहायता से रिकार्ड करके रखते है और बाद में कभी भी हम उस वस्तु (या आदमी ) को अपने सामने 3 डी में देख सकते हैं और ऐसा प्रतीत होता है कि वह वस्तु (या आदमी ) आपके सामने ही है। आप उसको चारों चरफ या आर पार भी देख सकते है।

2-मनीषा पाठक का मॉडल वाटर बोटल कार को भी सराहा गया। इसमें बिना ईंधन के कार पानी द्वारा चलाई गई। इसका उपयोग खेतों की सिंचाई में भी कर सकते है। ये बिना ईंधन खर्च किये तथा प्रदूषण रहित है।

3- छात्रा प्रीति द्वारा बनाया गया मॉडल लाई-फाई भी आकर्षण का केंद्र रहा। इसमें डाटा का ट्रांसफर एक स्थान से दूसरे स्थान तक प्रकाश के माध्यम द्वारा किया गया। इसका उपयोग सीबीआई में सिक्योरिटी के लिए किया जा सकता है। इसमें डाटा सिर्फ एक कमरे में ही एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाता है कमरे के बाहर नहीं क्योंकि प्रकाश कमरे के बाहर जा नहीं सकता। इसका उपयोग आर्मी व पुलिस में भी किया जा सकता है।

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