बच्चों को रामायण और भगवत गीता का कराया गया पाठ

बच्चों को अच्छे संस्कार देने के लिए त्रिवेणीनगर की महिलाओं ने शुरू की संस्कार पाठशाला

लखनऊ । बच्चों को अच्छे संस्कार देने से ही बढ़ते हुए अपराधों को कम किया जा सकता है। जो कि रामायण और श्रीमद्भागवत गीता का पाठ करने से ही संभव है। यह मानना है त्रिवेणीनगर की महिलाओं का। इसके लिए यहां की महिलाओं ने सर्वसम्मति से नई पाठशाला की शुरुआत की है। इसके तहत बच्चों को रामायण और भागवत गीता का पाठ करा कर इसे अपने जीवन का आधार बनाने की प्रेणा दी जा रही है।

मुख्य आयोजक अमृता डींगर और रोहिणी यादव ने बताया कि इसकी शुरुआत मंगलवार को त्रिवेणीनगर स्थित संकटमोचन हनुमान मंदिर से की गई। यहां कॉलोनी के बच्चों ने सामूहिक रूप से रामायण और गीता का पाठ किया। जो कि अब प्रत्येक रविवार और मंगलवार को किया जाएगा। अमृता ने बताया कि आपका बच्चा जब तक छोटा रहता है अनजाने में वह बहुत सारी गलतियां करता है उसको आप अनदेखा कर देते है। बच्चो की गलतियों को पहली बार ही टोक देना चाहिए ताकि दोबारा वह वैसी गलती न करे। बच्चों के गलतियों पर खुश मत होइए। उनका सही मार्गदर्शन करें। बच्चों को अनुशाशन में रखने के साथ ही दूसरों से मिलने की तहजीब भी सिखाएं। वहीं रोहिणी ने लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए उन्हें अच्छी शिक्षा के साथ अच्छे संस्कार भी दीजिये बच्चे जब छोटे होते हैं तो कच्ची मिट्टी की तरह होते हैं। आप जिस रूप में चाहें उन्हें ढाल सकते हैं। बच्चों के अच्छे कामों को प्रोत्साहित करें और बुरे काम को बढ़ावा न दें। आप के बच्चे अवश्य बड़े होकर एक अच्छे और संस्कारी इंसान बनेंगे। इस पाठशाला में सान्वी, रुद्रराज, वंशिका, भव्या, अंजिल सिंह, ओम त्रिपाठी, अक्षत, अंशी, मयंक, ऐश्वर्या, मिली सिंह आदि बच्चे शामिल हुए। आयोजन में रीना कटियार, अनुराग त्रिपाठी, रंजना गुप्ता, गोपाल टंडन, देवेश पांडेय और प्रमोद प्रताप सिंह का विशेष सहयोग रहा।

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!