गुड़म्बा में आग से 15 झोपड़ियां जलकर राख
जाहिरपुर इलाके में हुआ हादसा, शार्ट सर्किट से आग लगने की आशंका

क्राइम रिव्यू
लखनऊ। गुड़म्बा के जाहिरपुर इलाके में स्थित एक झोपड़ी में शनिवार सुबह आग लग गई। आग की चपेट में आने से करीब 15 झोपड़ियां और उसमें रखा राशन व अन्य जरूरत का सामान जलकर राख हो गया स्थानीय लोगों की सूझबूझ से कोई जनहानि नहीं हुई। आग की सूचना पर गुड़म्बा फोर्स व दमकल की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया।
इंस्पेक्टर गुड़म्बा सतीश चंद्र साहू ने बताया कि जाहिरपुर में सुजीत पाल के प्लाट पर किराये पर करीब 15 आसामी झोपड़ियां बनाकर रहते हैं। यह सभी कबाड़ का काम करते है। सुबह करीब 11 बजे एक झोपड़ी में आग लग गई। हवा चलने के कारण आग तेजी से फैलने लगी। प्लाट के आसपास रहने वाले विनोद यादव, धर्मेंद्र, दुर्गेश, जितेन्द्र निषाद आदि लोग मदद को आगे आये। सभी ने अपने-अपने घरों से पानी द्वारा आग बुझाने का प्रयास शुरू किया। साथ ही झोपड़ियों में मौजूद छोटे छोटे बच्चों व महिलाओं को सकुशल बाहर निकाल लिया गया।
आग बुझाने में आरसीसी का मसाला बनाने वाली गाड़ी बनी सहायक
जाहिरपुर में पीएम आवास योजना के तहत मकान बनाये जा रहे हैं। जब लोग झोपड़ी में लगी आग को काबू पाने के लिए संघर्ष कर रहे थे, उसी समय आरसीसी की गिट्टी का मसाला बनाने वाली तीन गाड़ियां उधर से गुजरी। गाड़ी में मौजूद पानी से आग को बुझाने में लोग जुट गए। इससे काफी हद तक लोग आग को काबू में करने में सफल रहे।
काफी प्रयास के बाद लगा फायर बिग्रेड का नम्बर
स्थानीय निवासी जितेंद निषाद ने बताया कि सुबह करीब 10:50 पर एक झोपड़ी से धुंआ व आग की लपटें दिखाई दी। मदद के लिए उन्होंने फायर बिग्रेड को फोन मिलाया, लेकिन काफी प्रयास के बाद भी फोन नहीं लगा। जिसके बाद उन्होंने अपने दूसरे साथियो से भी फोन करने को कहा। करीब 40 मिनट बाद सूचना दी जा सकी। जिसके बाद इंदिरा नगर,चौक व बीकेटी की दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची। आग से सबसे ज्यादा नुकसान एनुलहक, बैरुल, ताहिर अली व सफीकुल का हुआ। इनकी पूरी गृहस्थी जलकर राख हो गई। सीएफओ के मुताबिक आग सम्भवतः शार्ट सर्किट से लगी है।
कटिया से रोशन हो रही हैं झोपड़ियां
प्लाट में करीब 15 झोपड़ी बनी हुई है। स्थानीय लोगों के मुताबिक सभी झोपड़ियों में कटिया से बिजलीं का इस्तेमाल हो रहा है। इसके बदले बिजलीं विभाग के कर्मी प्रति झोपड़ी 300 से 500 रुपये प्रति माह लेते हैं। यहाँ के लोगों ने बताया कि शार्ट सर्किट से पहले भी झोपड़ी में आग लग चुकी है। बिजलीं विभाग के अधिकारी व कर्मी अपने लालच में इलाके के लोगों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं।