पंचायत चुनाव में खपाना चाहते थे तमंचे, एक गिरफ्तार
मड़ियांव के कमलाबाद बढ़ौली में चल रही थी अवैध तमंचा फैक्ट्री

– कमिश्नर ने पुलिस टीम को प्रोत्साहन स्वरूप दिया 20 हजार
लखनऊ। मड़ियांव के कमलाबाद बढ़ौली के एक घर मे लगभग चार महीने से अवैध तमंचा बनाने की फैक्ट्री संचालित हो रही थी। उक्त मकान को आरोपियों ने धार पर ले रखा था। पुलिस ने छापा मार कर एक युवक को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक आरोपी मौके से पुलिस को धक्का देकर भाग निकला। पुलिस ने मौके से दो तमंचा 12 बोर, एक तमंचा 315 बोर, दो तमंचा अर्ध निर्मित, पांच कारतूस, तीन खोखा सहित तमंचा बनाने वाली भट्ठी व अन्य औजार बरामद किए गए। कमिश्नर डीके ठाकुर ने इस फैक्ट्री का भंडाफोड़ करने वाली पुलिस टीम को प्रोत्साहन स्वरूप बीस हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।

बीएसपी उत्तरी रईस अख्तर ने बताया कि कमलाबाद बढ़ौली के एक घर में अवैध तमंचा फैक्ट्री संचालित होने की सूचना मिली थी। इस पर इंस्पेक्टर मड़ियांव के नेतृत्व में दारोगा जफर मेहंदी, चंद्रकांत यादव, हेड कॉन्स्टेबल संजय यादव और कॉन्स्टेबल मिथिलेश गिरी ने उक्त मकान में शुक्रवार रात छापा मारा। मकान के प्रथम तल पर बने कमरे से एक युवक को तमंचा बनाते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया गया। जबकि एक अन्य युवक पुलिस कर्मियों को धक्का देकर भाग निकला। पकड़े गए आरोपी की पहचान तरहिया छठामिल निवासी सोनू पांडेय के रूप में हुई है। वहीं फरार युवक के बारे में पता चला कि वह लखीमपुर खीरी के सलेमपुर का रहने वाला आकाश मिश्रा है।
ग्राहक को मोबाइल पर वीडियो भेज कर पसंद करते थे तमंचा
इंस्पेक्टर मड़ियांव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपी सोनू ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि वह आकाश के साथ मिलकर करीब चार महीने पहले इस मकान को किराए से लेकर तमंचे बनाने का काम करता था। तैयार तमंचा को उसने अपने ग्राहक के मोबाइल पर वीडियो भेज कर पसंद किया था। सौदा तय होने पर सप्लाई देता था।
मकान मालिक सहित इन लोगों को तलाश कर रही पुलिस
पुलिस के मुताबिक पकड़े गए सोनू से पूछताछ करने पर उन लोगों की भी जानकारी मिली है। जहां से यह मूलहे बनाने से संबंधितित मेटेरियल को खरीदते थे, उन्हें भी पकड़ने की कोशिश की जा रही है। साथ ही यह भी जानकारी जुटाई जा रही है कि यह लोग अब तक कितने लोगों को मूलधन की सप्लाई कर चुके हैं। फरार आकाश के पकड़े जाने के बाद इस अपराध से जुड़े कई और लोगों के बारे में भी जानकारी हो सकेगी। जिन्हें पकड़ने का प्रयास किया जाएगा। इसके अलावा मकान मालिक की भी भूमिका की जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने पर मकान मालिक के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।