पारिवारिक समारोह में आमंत्रित विशेष बच्चों ने जमकर की मस्ती, मनपसंद गानों पर झूमे तो पसंदीदा व्यंजनों का स्वाद भी चखा
युवा रजनीश राठौर ने अपने बच्चों के मुंडन म

क्राइम रिव्यू
लखनऊ। जहां एक ओर लोग पारिवारिक समारोहों में अपने रुतबे और पहुंच का प्रदर्शन करने के लिए वीवीआईपी व फिल्मी कलाकारों को बुलाते हैं। वही समाज में ऐसे भी युवा हैं जो इस सबसे अलग कुछ करने का जज्बा रखते हैं। ऐसे ही युवा दम्पति है रजनीश राठौर व नेहा राठौर। कल्याणपुर निवासी इस दम्पति ने अपने जुड़वा बच्चों के मुंडन पर आयोजित भव्य समारोह में मानसिक रूप से कमजोर व अनाथ बच्चों को बुलाकर दूसरों के सामने एक मिसाल पेश की है। समारोह में शामिल होकर निर्वाण मानसिक होम के यह विशेष बच्चे फूले नहीं समाएं। पसंदीदा व्यंजनों का चटकारा लिया तो डांस फ्लोर पर अपनी पसंद के गानों पर जमकर थिरके भी। राठौर दम्पति से मिले उपहारों से उनकी खुशी दोगुनी हो गई।
मुंडन समारोह में आमंत्रित हुए निर्वाण मानसिक होम के विशेष बच्चे

कल्याणपुर निवासी रजनीश राठौर ‘राज’ व नेहा राठौर के जुड़वा बच्चे समृद्ध व शार्वी के मुंडन पर आईआईएम रोड स्थित एक लॉन में आयोजित भव्य समारोह के निमंत्रण पर निर्वाण मानसिक होम, तकरोही के विशेष बच्चे देवी, लाली, प्रज्ञा, सपना, पलक, लव्या, बेबी, सोना, रूही, सोनिया, अंजना, नैना
समेत करीब डेढ़ दर्जन बच्चे संस्था की स्पेशल एक्यूजुकेटर सरोज पटेल के साथ पहुंचे। रजनीश ने पत्नी नेहा और भाईयो अवनीश राठौर व राजेश राठौर व सहयोगी उदय कुमार साहू के साथ इन बच्चों का स्वागत किया। इस तरह के आयोजन में पहली बार पहुंचे यह बच्चे समारोह की चकाचौंध देखकर रोमांचित हो उठे। सबसे पहले इन विशेष बच्चों ने अपनी अपनी पसंद के व्यंजन चाउमीन, मोमोज, आलू टिक्की, पानी के बतासे आदि का स्वाद लिया। फिर सभी ने साथ बैठकर कर खाना खाया।


मनपसन्द गाने बजवाये और फिर खूब नाचे
समारोह में बज रहे संगीत और कलाकारों द्वारा दी जा रही नृत्य प्रस्तुतियों को देखकर यह बच्चे खुद को रोक नहीं पाए। उन्होंने अपनी इच्छा रजनीश को बताई। बच्चों की भावनाओ का सम्मान करते हुए उन्हें मंच दिया गया। मंच पर पहुंच सभी ने अपनी अपनी पसंद के गानों की फरमाइश शुरू कर दी। जिसके बाद बच्चों ने अपनी पंसद के गानों पर खूब जमकर डांस किया। उनकी मस्ती का आलम यह था कि वह मंच छोड़ने को तैयार नहीं थे। इनमें से अधिकांश बच्चे ऐसे थे जो ठीक से सुन नहीं सकते हैं और न ठीक से बोल सकते हैं।

उपहार के साथ बच्चों को किया विदा
समारोह में शामिल विशेष बच्चों की खुशी उस समय और बढ़ गई जब उनको राठौर दम्पति ने उन्हें कपड़े और अन्य उपहार प्रदान किया। निर्वाण की स्पेशल एक्यूजुकेटर सरोज पटेल ने बताया कि विशेष दिवस पर संस्था में आकर लोगों द्वारा बच्चों की मदद की जाती है। लेकिन यह पहली बार हो रहा है कि किसी ने अपने पारिवारिक समारोह में हमें आमंत्रित ही नहीं किया बल्कि आने और जाने के लिए वाहन भी भेजा। सरोज ने कहा कि पहली बार बच्चों को इतना खुश देखा है। उन्होंने आमंत्रण के लिए दम्पति का आभार व्यक्त किया। रजनीश ने बताया कि इन विशेष बच्चों के चेहरे की खुशी देखकर उनका यह प्रयास सफल हो गया।

विवाह समारोह में अनाथालय के बच्चों के साथ बांटी थी खुशी
रजनीश राठौर का अनाथ व विशेष बच्चों के साथ विशेष लगाव है। वह अपनी खुशियों में इन्हें शामिल करने में बिल्कुल भी नहीं चूकते हैं। अपनी शादी में उन्होंने अलीगंज स्थित श्रीराम आद्यौगिक अनाथालय के अनाथ बच्चों को आमंत्रित किया था। बारात में आने के लिए सभी बच्चों को नए कपड़े व अन्य जरूरी वस्तुयें भी दिलाया था। अनाथालय के बच्चे भी पहली बार ऐसे किसी समारोह में शामिल हुए थे।


आयोजन को सफल बनाने में बाबा राम चरन राठौर, पिता शिव नारायण राठौर, सतीश शुक्ला, हेमबाबू निगम, कीर्ति प्रकाश ओझा व भगवान बक्श ने महत्वपूर्ण भूमिका रही।