राज्य के सभी महाविद्यालय संस्कृत विषय के पाठ्यक्रम को शुरू करे : डॉ दिनेश शर्मा
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अलीगंज में अब एमकॉम की शिक्षा ले सकेंगी छात्राएं, लोकार्पण कार्यक्रम में डिप्टी सीएम ने पाठ्यक्रम शुरू करने की घोषणा

क्राइम रिव्यू
लखनऊ। उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि राज्य के सभी महाविद्यालय संस्कृत विषय के पाठ्यक्रम को शामिल करें। साथ ही पढ़ाई के दौरान रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सके, इसके लिए कैम्पस में प्लेसमेंट सेल की भी शुरुआत करें।वह नेताजी सुभाष चन्द्र बोस राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अलीगंज के नव निर्मित पी.जी. ब्लॉक का लोकार्पण अवसर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस महाविद्यालय में एमकॉम के पाठ्यक्रम शुरू करने की घोषणा करते हुए इसके लिए महाविद्यालय प्रबंधन व शिक्षा अधिकारी से प्रस्ताव बनाकर देने का निर्देश दिया।
समारोह में उपमुख्यमंत्री डॉ शर्मा ने कहा कि राज्य के विद्यार्थियों को उच्चकोटि के शिक्षा मिल सके, इसके लिए सरकार ने नई शिक्षा नीति को लागू किया है। छात्र छत्राओ को रोजगारपरक शिक्षा दी जा रही है। इसलिए महाविद्यालय कैम्पस में प्लेसमेंट सेल स्थापित करे, जिससे पढ़ाई के बाद उन्हें रोजगार व नौकरी के अवसर उपलब्ध हो। डॉ शर्मा ने छात्राओं की शिक्षा को बढ़ावा देते हुए घोषणा की कि अब लड़को के सरकारी माध्यमिक व महाविद्यालयों में लड़कियों को भी प्रवेश मिलेगा। उपमुख्यमंत्री ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस महाविद्यालय में एमकॉम के पाठ्यक्रम शुरू करने की स्वीकृति देते हुए अन्य महाविद्यालयों से भी ऐसे प्रस्ताव मांगा है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय से प्रस्ताव आने पर उनके इंफ्रास्ट्रक्चर व सुविधाओं को देखते हुए पीजी के कोर्स की स्वीकृति प्रदान की जाएगी। डॉ शर्मा ने कहा कि शोध के कार्य और बेहतर हो, इस बात को ध्यान में रखते हुए सभी सरकारी डिग्री कालेज व महाविद्यालय के शिक्षकों को शोध का भी अधिकार दिया गया है। अभ्युदय कोचिंग के माध्यम से प्रदेश के छात्र छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी हेतु श्रेष्ठ शिक्षकों एवं प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि भविष्य में टॉपर छात्र के नाम पर सड़क बनाई जाएगी जो गौरव पथ कहलाएगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा में आमूलचूल परिवर्तन के कारण उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों से प्राप्त होने वाली डिग्री का मूल्य बढ़ा है। उपमुख्यमंत्री ने कोरोना महामारी के समय जरूरमंदो के लिए आक्सीजन सिलेंडर समेत अन्य आवश्यकता को पूरा करने के लिए महाविद्यालय के छात्राओं , शिक्षक व शिक्षिकाओं के प्रयासों भूरि भूरि प्रशंसा की।
विधायक डॉ नीरज वोरा ने महिला सशक्तिकरण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण का इससे बढ़िया उदाहरण क्या हो सकता कि प्रदेश की राज्यपाल, शहर की महापौर के साथ ही क्षेत्रीय पार्षद भी महिला हैं।
इससे पहले अतिथियों का स्वागत करते हुए महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो अनुराधा तिवारी ने कहा कि राजधानी का एक महत्वपूर्ण शिक्षण केन्द्र है, जहाँ अधिकांश निर्धन वर्ग, पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति एवं अल्पसंख्यक वर्ग की छात्राएं शिक्षा ग्रहण करती हैं। पी.जी. ब्लॉक न होने से असुविधा का सामना करना पड़ता था। इस विषय को क्षेत्र के विधायक डॉ नीरज बोरा एवं उप-मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा के संज्ञान में लाया गया। जिसके बाद शासन द्वारा शिक्षण कक्षों का निर्माण कराकर बहुप्रतीक्षित कमी को दूर किया गया।
कार्यक्रम में पार्षद गीता अवस्थी एवं पूर्व कार्यवाहक महापौर सुरेश अवस्थी भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. रश्मि बिश्नोई एवं डॉ शालिनी श्रीवास्तव तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ शिवानी श्रीवास्तव द्वारा किया गया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ राघवेंद्र नारायण ,डा विशाखा कमल ,डॉक्टर , डॉक्टर सपना जायसवाल, डॉक्टर सारिका सरकार, डॉ अरविंद ,डॉक्टर पारूल ,मिश्रा डॉ राहुल पटेल ,डॉक्टर ज्योति ,डॉ मीनाक्षी उपाध्याय , रश्मि अग्रवाल डॉक्टर क्रांति सिंह, डॉक्टर भास्कर शर्मा ,श्री अमित राजशील सहित सभी प्राध्यापकों एवं कर्मचारियों ने उपस्थित रहकर छात्राओं का उत्साहवर्धन किया।
अभिभावक बन डिप्टी सीएम ने शिक्षकों को दी सीख
महाविद्यालय के समारोह में शिक्षकों के बीच डॉ शर्मा उनके अभिभावक की तरह नजर आए। उन्होंने कहा कि एक शिक्षक अपने ज्ञान से नए राष्ट्र के निर्माण में नई पीढ़ी का सृजन करता है। पुरानी बिल्डिंग या जर्जर भवन तो चल जाएगा। अगर वहां पढ़ाने वाला शिक्षक बढ़िया है तो वहां के विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य को कोई नहीं रोक सकता है। इसलिए शिक्षक का श्रेष्ठ होना जरूरी है। सलाह दी कि क्लास में विद्यार्थियों को पढ़ाने जाने से पहले विषय को पढ़कर जाना चाहिए। अनवरत विद्यार्थी बनकर अध्ययन शील रहना होगा। साथ ही अपने विषय पर नए अपडेट को लेकर खुद भी अपडेट रहे।
पुस्तक व काव्य संग्रह का विमोचन
इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा महाविद्यालय की प्राचार्य, प्रोफेसर अनुराधा तिवारी, डॉ. शालिनी श्रीवास्तव, डॉ. श्वेता भारद्वाज द्वारा लिखित पुस्तक इम्पैक्ट ऑफ पैन्डमिक ऑन वूमेन, डॉ. भास्कर शर्मा द्वारा मिशन शक्ति पर आधारित काव्य संग्रह अरूणिमा (शक्ति की उपासना) एवं डॉ. विनीता लाल तथा डॉ. पूनम वर्मा की पुस्तक, फानेंशियल लिट्रेसी का विमोचन भी किया गया साथ ही एक भारत श्रेष्ठ एवं महाविद्यालय गतिविधियों से सम्बन्धित सूचना पत्रक तथा डी.वी.डी. का विमोचन भी किया गया।