इसरो की एक और बड़ी कामयाबी, नये साल का पहला मिशन लॉन्च- 19 सैटेलाइट लेकर पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल-C51 ने भरी उड़ान

क्राइम रिव्यू
नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने अंतरिक्ष में एक और कामयाबी हासिल करते हुए इस साल के पहले मिशन को सफलता पूर्वक अंजाम दे दिया है। इसरो के पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (पीएसएलवी-सी 51) रॉकेट रविवार को श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से पहली बार ब्राजील का उपग्रह लेकर अंतरिक्ष रवाना हो गया। इसरो के पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल ने इस बार अपने साथ 19 सैटेलाइट को लेकर उड़ान भरी है। हालांकि पहले 20 उपग्रह जाने वाले थे, लेकिन प्रक्षेपण के पूर्वाभ्यास के दौरान सैटेलाइट को कम कर दिया गया.

यह राकेट अपने साथ 19 सैटेलाइट के अलावा भगवद गीता की एक इलेक्ट्रॉनिक कॉपी लेकर उड़ान भर चुका है। साथ ही एक नैनो सैटेलाइट पर PM नरेंद्र मोदी की तस्वीर भी उकेरी गई है। यह कदम आत्मनिर्भर भारत की दिशा में आज ऐतिहासिक दिन है जहाँ अब अतंरिक्ष में भी जय हिंद गूंजेगा।
इस रॉकेट को चेन्नई से करीब 100 किलोमीटर दूर श्रीहरिकोटा से प्रक्षेपित किया गया है। इन उपग्रहों में चेन्नई की स्पेस किड्ज इंडिया (SKI) का सतीश धवन एसएटी (एसडी एसएटी) भी शामिल है।
इस रॉकेट को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) एसएचएआर से प्रक्षेपित किया गया, जिसके लिए समय 28 फरवरी को सुबह 10 बजकर 24 मिनट निर्धारित था। पीएसएलवी- सी51/अमेजोनिया-1 मिशन के लिए उल्टी गिनती शनिवार सुबह आठ बजकर 54 मिनट पर शुरू हो गई थी।
लॉन्चिंग के बाद इसरो प्रमुख के सिवन ने मिशन को सफल बताया। उन्होंने कहा, कि इस मिशन में, भारत और ISRO, ब्राजील द्वारा एकीकृत, पहले उपग्रह को लॉन्च करने पर बेहद गर्व महसूस करते हैं. उपग्रह बहुत अच्छे स्वास्थ्य में है।
उन्होंने कहा कि ‘मुझे यह घोषणा करते हुए बेहद खुशी हो रही है कि PSLV C51 ने अमेजन -1 को आज अपनी सटीक कक्षा में सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया गया। इस मिशन में ब्राजील द्वारा डिजाइन और संचालित पहला उपग्रह लॉन्च करने पर भारत और इसरो को गर्व, सम्मानित और खुशी महसूस हो रही है। इस उपलब्धि के लिए मेरी हार्दिक बधाई।’
आपको बता दें PSLV-C51, पीएसएलवी का यह 53वां मिशन है और अपने साथ ये जिस प्रमुख सैटेलाइट अमजोनिया -1 को लेकर गया है वो पहला ऐसा सैटेलाइट है जो पृथ्वी की निगरानी करेगा। इसे ब्राजील ने बनाया है। लॉन्चिंग के बाद इसका संचालन संयुक्त रूप से चीन और ब्राजील के रिसोर्स सैटेलाइट प्रोग्राम संस्थान करेगा। इसरो के इस मिशन की अवधि तीन साल तीन महीने की है।
आपको बता दें 637 किलोग्राम वजनी अमेजोनिया-1 ब्राजील का पहला उपग्रह है जिसे भारत से प्रक्षेपित किया गया है. यह राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (INPI) का ऑप्टिकल पृथ्वी अवलोकन उपग्रह है। अमेजोनिया-1 के बारे में इसरो ने बयान में बताया कि यह उपग्रह अमेजन क्षेत्र में वनों की कटाई की निगरानी और ब्राजील के क्षेत्र में विविध कृषि के विश्लेषण के लिए उपयोगकर्ताओं को दूरस्थ संवेदी आंकड़े मुहैया कराएगा तथा मौजूदा ढांचे को और मजबूत बनाएगा।
आपको बता दें भारत और ब्राजील ने साल 2014 में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भारतीय रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट (IRS) सीरिज के जरिए डेटा प्राप्त करने के लिए ब्राजील के एक पृथ्वी स्टेशन की स्थापना के लिए सहमति समझौते पर हस्ताक्षर किए थे.

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