पूर्व आईएएस रामविलास यादव की उत्तराखंड विजिलेंस को मिली रिमांड, 5 जुलाई को विजिलेंस कस्टडी में लेकर करेगी पूछताछ

पूर्व IAS रामविलास यादव को विजिलेंस स्पेशल कोर्ट ने रिमांड के लिए दी मंजूरी

क्राइम रिव्यू

देहरादून/लखनऊ। आय से अधिक संपत्ति के मामले में जेल गए पूर्व आईएएस अधिकारी एवं लखनऊ विकास प्राधिकरण के पूर्व सचिव डॉ राम विलास यादव की मुश्किलें खत्म नहीं हो रही हैं। अब विजिलेंस स्पेशल कोर्ट ने रामविलास यादव को एक दिन की पुलिस रिमांड को मंजूर कर लिया है। विजिलेंस अब उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। मालूम हो कि गिरफ्तारी के पहले विजिलेंस के सवालों का रामविलास यादव ने जवाब नहीं दिया था। बीते शनिवार को पूर्व आईएएस रामविलास यादव का बेटा व बेटी विजिलेंस के सामने आए थे।

5 जुलाई को विजिलेंस कस्टडी में लेकर कर सकती है पूछताछ
विजिलेंस 5 जुलाई मंगलवार को राम विलास यादव को कस्टडी में लेकर विजिलेंस पूछताछ कर सकती है। इस मामले में विजिलेंस ने कई बार नोटिस भेजा, लेकिन राम विलास ने इस सम्बन्ध में कोई भी जवाब नहीं दिया। जिसके बाद आय से अधिक संपत्ति के मामले में निलंबित आईएएस रामविलास यादव को विजिलेंस ने गिरफ्तार कर लिया था। पूर्व आईएएस रामविलास यादव का विजिलेंस ने उनकी संपत्ति को आय से करीब 547 फीसदी आंका है। इसी मामले में जब यादव से पूछताछ की गई तो उन्होंने ज्यादातर सवालों के जवाब में अपनी पत्नी का नाम लिया। विजिलेंस ने आईएएस यादव को पुलिस कस्टडी पर लेने के लिए कोर्ट में प्रार्थनापत्र दिया था।

राम विलास यादव का अवैध कॉम्प्लेक्स होगा ध्वस्त
पूर्व आईएएस अधिकारी एवं लखनऊ विकास प्राधिकरण के पूर्व सचिव डॉ. राम विलास यादव का फैजुल्लागंज स्थित अवैध कॉम्प्लेक्स ध्वस्त होगा। इस सिलसिले में उन्हें व उनकी पत्नी कुसुम विलास यादव को संयुक्त रूप से नोटिस जारी कर दिया गया है। इसमें कहा गया कि राम विलास इस कॉम्प्लेक्स को खुद 30 दिन में गिरा लें, अन्यथा एलडीए इसे ध्वस्त करेगा और इसका खर्च भी राजस्व के रूप में वसूलेगा। एलडीए की ओर से एक जुलाई को जारी नोटिस में बताया गया कि फैजुल्लागंज में गौरभीट चौराहे के पास मौर्या मार्केट में 300 वर्गमीटर के कॉम्प्लेक्स में बेसमेंट, भूतल, प्रथम तल, ममटी एवं जीना बनवाया गया है। यह अनाधिकृत निर्माण ध्वस्तीकरण के योग्य है, इसलिए 30 दिन में इसे खुद ही ढहा दें। ऐसा न किया तो प्राधिकरण इसे गिराएगा।

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