लखनऊ : जानकीपुरम में जेई ने पत्नी-बेटी के साथ खाया जहर,तीनों की मौत

जमीन के लेन देन का विवाद, सुसाइड नोट में चार लोगों पर प्रताड़ित करने का लगाया आरोप

क्राइम रिव्यू

लखनऊ। जानकीपुरम के सुल्तानपुर गांव में नलकूप विभाग के जूनियर इंजीनियर शैलेन्द्र कुमार (45) ने बुधवार सुबह पत्नी गीता (40) और बेटी प्राची (17) के साथ जहर खा लिया। पुलिस की मदद से तीनों को ट्रॉमा सेन्टर ले जाया गया जहां शैलेन्द्र और प्राची की कुछ देर बाद ही मौत हो गई। जबकि गीता का कुछ देर इलाज चला, लेकिन डॉक्टर उन्हें भी बचा नहीं सके। शैलेन्द्र ने जहर खाने के दो पड़ोसियों को फोन मिलाकर कहा था कि सब कुछ खत्म हो गया है। आज मेरा आखिरी दिन है..। इतना कहकर फोन काट दिया फिर किसी को फोन भी नहीं रिसीव किया।
कमरे से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने चार आरोपियों मोबीन, शैलेन्द्र, संतोष शुक्ला और नागेन्द्र कुमार को मौत के लिए जिम्मेदार बताया है। इन चारों पर लेन-देन के विवाद में आए दिन प्रताड़ित कर धमकाने का आरोप लगाया है। शैलेन्द्र के छोटे भाई सत्येन्द्र की तहरीर पर जानकीपुरम कोतवाली में चारों के खिलाफ खुदकुशी के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने दो आरोपियों मोबीन, शैलेन्द्र को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि बाकी दो फरार बताए जा रहे हैं।

पड़ोसी को फोन कर कहा,आज आखिरी दिन

जानकीपुरम, सुल्तानपुर गांव में शैलेन्द्र कुमार परिवार के साथ रह रहे थे। बुधवार सुबह करीब 11:15 बजे शैलेन्द्र ने पड़ोसी जगन्नाथ प्रसाद उर्फ जेपी को फोन कर कहा कि सब कुछ खत्म हो गया है। आज उनका आखिरी दिन है। जगन्नाथ उस समय बाहर थे, उन्होंने दूसरे पड़ोसी को फोन शैलेन्द्र के घर भेजा तो मुख्य दरवाजा अंदर से बंद मिला। इस पर एक लड़की चहारदीवारी कूद कर अंदर गई और दरवाजा खोला। फिर अंदर पहुंचने पर कमरे का दरवाजा बंद मिला। काफी खटखटाने पर भी जब दरवाजा नहीं खोला गया तो पुलिस को सूचना दे दी गई। 10 मिनट में ही पुलिस वहां पहुंच गई।

कमरे में अचेत मिले तीनों

एसीपी अलीगंज विजय राज सिंह के मुताबिक पुलिस अंदर पहुंची तो शैलेन्द्र, गीता अचेत मिले जबकि प्राची को काफी उल्टियां हो रही थी। पुलिस पड़ोसियों की मदद से तीनों को ट्रॉमा सेन्टर लेकर गई, जहां शैलेन्द्र और प्राची की कुछ देर बाद ही मौत हो गई। प्राची ने करीब 20 मिनट बाद दम तोड़ दिया। शैलेन्द्र का पिछले साल ही सुपरवाइजर से जेई पर प्रमोशन हुआ था। प्रमोशन के बाद बाराबंकी डिवीवन के सब डिवीजन रुदौली में तैनाती दी गई थी। शैलेन्द्र का बेटा प्रशांत क्रिकेट खिलाड़ी है और एक निजी क्लब की ओर से 13 जुलाई को इंदौर में मैच खेलने गया था। उसे पुलिस ने फोन पर माता-पिता के बीमार होने की जानकारी दी। वह इंदौर से चल दिया है। उसे अभी मौत के बारे में कुछ नहीं बताया गया है। पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है।

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