लोक गायिका प्रो.कमला श्रीवास्तव के निर्देशन में वैवाहिक संगीत कार्यशाला शुरू
ऑन लाइन कार्यशाला में विवाह गीत सिखने देश-विदेश से जुटे प्रतिभागी

क्राइम रिव्यू
लखनऊ। भारतीय विवाह संस्कार के मंगल गीत सीखने देश विदेश से प्रतिभागी जुटे हैं। रविवार को लोक संस्कृति शोध संस्थान द्वारा वरिष्ठ लोक गायिका संगीत विदुषी प्रो. कमला श्रीवास्तव के निर्देशन में आनलाइन वैवाहिक संगीत कार्यशाला की शुरुआत की गई।
संस्थान की सचिव सुधा द्विवेदी ने बताया कि कार्यशाला के पहले दिन देवी गीत नैया पड़ी बा मझधार भवानी तथा तिलक गीत बन्ने राजा के साज सजे हैं तिलक की शुभ घड़ी आई… सिखाया गया। विवाह के महत्व, गाये जाने वाले मंगल गीत और लोकाचार पर चर्चा भी हुई। लोक धुनों पर अलग अलग शैली में गाये जाने वाले गीतों की बात बताते हुए कार्यशाला निर्देशक ने लोक संगीत को शास्त्रीय संगीत की जननी बताया। संस्थान की ओर से बताया गया कि रविवार से शुरु हुई आनलाइन कार्यशाला में 96 प्रतिभागी हैं जिनमें अन्य देशों में रह रहे भारतीय मूल के लोग भी सम्मिलित हैं। कार्यशाला 25 दिसम्बर तक चलेगी और 27 से 29 दिसम्बर तक बौद्ध संस्थान सभागार में होने वाले लोक विमर्श कार्यक्रम के दौरान इनकी प्रस्तुतियां भी होंगी।