यूपी में जारी है हिंदूओं का धर्मांतरण, आजमगढ़ में इलाज के नाम पर 100 से अधिक हिंदुओं को ईसाई बनाने की साजिश

पैसों के लालच में हो रहा था धर्मांतरण, तीन महीने में तीसरी घटना

क्राइम रिव्यू

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में धर्मांतरण के नाम पर हिंदुओं को ईसाई धर्म में बदलने के मामले थम नहीं रहे हैं। जिले में लालच देकर धर्मांतरण कराने का खेल खेला जा रहा है। पुलिस और हिंदू संगठन मिलकर इसे रोकने की असफल कोशिश कर रहे हैं। ताजा मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के हरबंशपुर में स्थित शाही पुल के पास मड़ाया जयरामपुर मोहल्ले का है। यहां एक बंद कमरे में भूत-प्रेत और गरीबी से मुक्ति पाने के लिए 100 से ज्यादा हिंदुओं के धर्मांतरण का खेल चल रहा था।

घर के अंदर धर्मांतरण कराए जाने की सूचना पर पहुंची पुलिस ने 3 लोगों को हिरासत में लिया है। विश्व हिंदू परिषद के अधिकारियों ने पुलिस को धर्मांतरण की सूचना दी थी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

बंद कमरे में खेला जा रहा था धर्मांतरण का खेल

विश्व हिंदू परिषद के अधिकारियों को रविवार को सूचना मिली कि शहर के मड़या जयरामपुर में एक घर में कुछ लोग धर्मांतरण कर रहे हैं। सूचना मिलते ही विश्व हिंदू परिषद के अधिकारी मौके पर पहुंचे और वीडियो और फोटो लेने लगे और पुलिस को सूचना दी। घर के कमरे में सैकड़ों महिलाएं मौजूद थीं और वहां प्रार्थना सभा भी चल रही थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लेकर कोतवाली चली गई, जहां पूछताछ के बाद 2 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

पैसों के लालच में हो रहा था धर्मांतरण

पुलिस ने मौके पर धार्मिक प्रचार सामग्री भी बरामद की है। विश्व हिंदू परिषद ने कोतवाली में शिकायत देते हुए पुलिस के सामने सारे सबूत पेश किए हैं। उधर, विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष गौरव रघुवंशी ने बताया कि उनके अधिकारियों को मड़या जैरापुर मोहल्ले में धर्मांतरण की सूचना मिल रही थी। रविवार को इस कार्यक्रम में उनके पदाधिकारी शामिल हुए। यहां लोगों को बरगलाने, पैसों के लालच और प्रेत बाधाओं को दूर करने के नाम पर लोगों का धर्मांतरण किया जा रहा था। मामला सही पाए जाने पर अधिकारियों ने जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस को बुलाया गया है। पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में ले लिया है। जिसमें 2 के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

तीन महीने में यह तीसरी घटना है

गौरतलब है कि तीन माह में जिले में यह तीसरी धर्मांतरण की घटना है। इससे पहले कोतवाली के सरायमंद राजा और थांडी रोड के मड़ैया में भी पैसों और भूतों का लालच देकर धर्मांतरण का मामला सामने आया था। जिसमें पुलिस ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की। पुलिस की लगातार कार्रवाई के बावजूद धर्मांतरण का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसे में स्थानीय लोगों ने कहा कि सरकार को इस पर सख्ती से विचार करना चाहिए और ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कानूनों पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए, ऐसी घटना समाज में नफरत पैदा करती है।

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!