विवेचना अधिकारी से समन्वय स्थापित करके करें मुकदमों की प्रभावी पैरवी

लविप्रा उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने विधि अनुभाग की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिये निर्देश

क्राइम रिव्यू

लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने मंगलवार को विधि अनुभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उनके द्वारा प्राधिकरण की ओर से विभिन्न थानों में दर्ज कराये गये मुकदमों की प्रगति के सम्बन्ध में समीक्षा की गई। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे सम्ब्न्धित विवेचना अधिकारियों से समन्वय स्थापित करके इन मुकदमों में प्रभावी पैरवी सुनिश्चित करायें।गौरतलब है कि उपाध्यक्ष के निर्देशानुसार पिछले कुछ दिनों में विभिन्न थानों में करीब 30 एफआईआर कराई गई हैं। बैठक के दौरान उपाध्यक्ष ने इन मामलों में प्राधिकरण की ओर की जा रही पैरवी और विवेचना की प्रगति के बारे में रिपोर्ट तलब की। इस क्रम में उनके द्वारा प्रत्येक केस की संक्षिप्त जानकारी प्राप्त करते हुए सभी प्रकरणों की क्रमवार समीक्षा की गई। अधिकारियों ने बिन्दुवार तरीके से सभी मामलों के तथ्य प्रस्तुत किये, जिसके सापेक्ष में उपाध्यक्ष द्वारा पूछा गया कि किन-किन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई हैं और उनमें कोई प्राधिकरण का कर्मचारी भी है। उन्होंने कहा कि अगर किसी प्रकरण में विभागीय कर्मचारी की संलिप्तता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाये। उन्होंने ऐसे कर्मचारियांे के खिलाफ चल रही विभागीय कार्यवाही की प्रगति के सम्बन्ध में भी रिपोर्ट देने को कहा। उपाध्यक्ष ने हर एक प्रकरण की समीक्षा के दौरान यह भी देखा कि क्या प्रक्रियात्मक सुधार करने की जरूरत है, जिससे कि भविष्य में इस तरह की गलतियों की पुनरावृत्ति न हो सके।
बैठक के अन्त में उपाध्यक्ष ने सम्पत्ति अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने प्रकरणों से सम्बन्धित विवेचना अधिकारियों से व्यक्तिगत रूप से सम्पर्क करके जांच में पूरी सहायता प्रदान करें। उपाध्यक्ष ने कहा कि आगे चल कर पुलिस अधिकारियों के साथ एक बैठक की जाएगी, जिससे कि सभी मुकदमों में प्रभावी पैरवी की जा सके। बैठक में अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा, नजूल अधिकारी आनन्द कुमार सिंह एवं उप सचिव माधवेश कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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