सीएम योगी ने अफसरों को दिया अल्टीमेटम-बोले अवैध पार्किंग और दुकान लगाने वालों के खिलाफ लगाए NSA

लाउडस्पीकर दोबारा लगाने या तेज आवाज की शिकायत पर पुलिस अधिकारियों, डिप्टी कलेक्टरों और अन्य अधिकारियों की जवाबदेही होगी तय

क्राइम रिव्यू

लख़नऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश भर के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि अगले 24 से 48 घंटों के भीतर सभी अवैध वाहन स्टैंड हटा दिए जाएं। सीएम योगी ने कहा कि व्यवस्थित पार्किंग हो, ताकि माफिया, अराजकता और दलालों के लोगों को दूर रखा जाए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अगर कोई अवैध स्टैंड संचालक स्टैंड नहीं हटाता है तो उस पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाकर जेल भेजा जाए। ताकि दूसरे लोगों तक भी संदेश जाए। सीएम योगी ने अफसरों से कहा कि निर्धारित स्थान के बाहर दुकानें नहीं होनी चाहिए।

सीएम योगी ने कहा कि अगर अवैध टैक्सी स्टैंड की समस्या का 48 घंटे के भीतर समाधान नहीं किया गया तो इसके लिए जिला प्रशासन के अधिकारियों की जवाबदेही तय कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। राज्य स्तरीय सड़क सुरक्षा अभियान के लिए इस बार मुख्यमंत्री ने विभिन्न संबंधित विभागों को शामिल करते हुए कार्ययोजना तैयार कर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इसकी रूपरेखा अधिकारियों को बताई है। सीएम योगी ने कहा कि हर नागरिक का जीवन अमूल्य है और हर साल कई लोग मामूली लापरवाही के कारण सड़क दुर्घटनाओं में मौत के शिकार हो जाते हैं। इसके लिए हमें हमेशा सतर्क और सावधान रहना होगा। सीएम योगी ने कहा कि सड़क सुरक्षा की जिम्मेदारी केवल एक विभाग की नहीं है और यह सामूहिक प्रयासों से ही संभव हो पाएगा।

अवैध स्टैंड 48 घंटे के भीतर बंद कर दिए जाने चाहिए

सीएम योगी ने अफसरों से साफ कहा कि अगले 24 से 48 घंटे में अवैध वाहन स्टैंड को खत्म कर पार्किंग की जगह सुनिश्चित की जाए। ताकि माफिया, अराजक और दलाल प्रकृति के लोग दूर रहें। सीएम योगी ने अफसरों से कहा कि शहरों में पार्किंग व्यवस्था को मजबूत किया जाए। उन्होंने कहा कि अगर अवैध स्टैंड नहीं हटाए गए तो इसकी जिम्मेदारी अफसरों की होगी और उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

लाउडस्पीकर जोर से नहीं

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विभिन्न त्योहारों के शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण आयोजन से प्रदेश ने सकारात्मक संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार अनावश्यक लाउडस्पीकर हटाने में सफल रही है और अब अगर लाउडस्पीकर दोबारा लगाने या तेज आवाज की शिकायत होती है तो पुलिस अधिकारियों, डिप्टी कलेक्टरों और अन्य अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।

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