भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी की जयंती मनाई गई

नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय अलीगंज में हुआ आयोजन, छात्राओं ने विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से अटल जी को किया स्मरण

क्राइम रिव्यू

लखनऊ। नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय अलीगंज में भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ  अटल जी को प्राचार्य एवं समस्त स्टाफ द्वारा पुष्पांजलि समर्पण से हुई। तत्पश्चात मां सरस्वती की वंदना, दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर अनुराधा तिवारी द्वारा किया गया। अपने संबोधन में प्राचार्य ने अटल जी के मिलन सार व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए अपना एक निजी अनुभव साझा करते हुए बताया कि जब वे बतौर कनिष्ठ शिक्षिका यहां कार्यरत थीं और अटल जी महाविद्यालय पधारे थे तो उनके साथ एक फोटो के अनुरोध को उन्होने कितनी सहजता से स्वीकार किया था। यह महाविद्यालय अटल बिहारी वाजपेई जी की महिला उच्च शिक्षा के उन्नयन के स्वप्न को साकार करने हेतु उनके प्रयास का प्रतिफल है। हम यदि आज यहां हैं तो इसका श्रेय उन्ही को जाता है। उन्होंने अपने संबोधन में अटल जी को बहुमुखी प्रतिभा का धनी और मानवता के प्रति समर्पित महामानव की संज्ञा दी। इस अवसर पर पूरे महाविद्यालय ने सुशासन दिवस के लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु प्राचार्य मैडम को पूर्ण सहयोग देने का व्रत लिया।अटल जी जयन्ती के अवसर पर एक निबंध प्रतियोगिता एवं एक काव्य पाठ प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। जिसमें छात्राओं ने बहुत ही उमंग और उत्साह के साथ प्रतिभाग किया गया और परा वातावरण ही अटलमय हो गया।
निबन्ध प्रतियोगिता में विज्ञान संकाय से प्रथम स्थान अर्पिता चौधरी बीएससी प्रथम वर्ष और द्वितीय स्थान शिवानी प्रजापति बीएससी प्रथम वर्ष को मिला। इसी प्रकार कला संकाय से प्रिया कश्यप बी ए द्वितीय वर्ष को प्रथम स्थान और उपासना दीक्षित बी ए द्वितीय वर्ष को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ। काव्य पाठ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान बी ए तृतीय वर्ष की छात्रा पिंकी को, द्वितीय स्थान रितु चौहान बी ए तृतीय वर्ष और तृतीय स्थान अपूर्व अवस्थी एमएससी प्रथम वर्ष को प्राप्त हुआ।

 अटल जी की कविता – रग रग हिंदू मेरा परिचय, कदम मिलाकर चलना होगा, ठन गई मौत से ठन गई, मनाली मत जइयो गोरी राजा के राज में, आजादी अभी अधूरी है, ने सभी को भाव विभोर कर दिया।

कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय में कार्यरत अंग्रेजी विभाग की प्रोफेसर डॉ शालिनी श्रीवास्तव ने किया।

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