सीएम योगी ने कारगिल युद्ध के शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि, नक्सलवाद और घुसपैठ की कोई जगह नहीं

क्राइम रिव्यू: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कारगिल दिवस के मौके पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। आज यानी 26 जुलाई को देश 24 वां ‘कारगिल विजय दिवस’ मना रहा है। आज से ठीक 24 साल पहले इसी दिन कारगिल युद्ध हुआ था और भारत ने पाकिस्तान को घुटने के बल ला दिया था। कारगिल विजय दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कारगिल शहीद स्मृति वाटिका पहुंचकर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की है। इसके बाद उन्होंने लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया और युद्ध में अपने प्राणों की आहुति देने वाले जवानों को याद किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि “1999 में कारगिल युद्ध के दौरान, इससे पूर्व के सभी युद्धों में और इसके उपरांत भी देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले भारत माता के वीर सपूतों को मैं विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं…नए भारत में हर नागरिक को सुरक्षा की गारंटी है। इस नए भारत में आतंकवाद के लिए, नक्सलवाद के लिए किसी भी तरह की कोई जगह नहीं है।”
मुख्यमंत्री योगी ने कारगिल विजय दिवस पर एक ट्वीट के जरिए भी सभी प्रदेश वासियों को बधाई दी। सीएम लिखा कि, “तेरा वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहें न रहें। भारतीय सेना के अप्रतिम पराक्रम, अतुल्य दक्षता, अटूट अनुशासन व Nation First की उदात्त भावना के महान प्रतीक ‘कारगिल विजय दिवस’ की सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई। राष्ट्र की सेवा में अपना सर्वस्व बलिदान करने वाले माँ भारती के सभी अमर सपूतों को शत-शत नमन।जय हिंद!”

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कारगिल युद्ध, जिसे ऑपरेशन विजय के नाम से भी जाना जाता है, भारत और पाकिस्तान के बीच मई और जुलाई 1999 के बीच कश्मीर के कारगिल जिले में हुए सशस्त्र संघर्ष का नाम है। पाकिस्तान की सेना और कश्मीरी उग्रवादियों ने भारत और पाकिस्तान के बीच की नियंत्रण रेखा पार करके भारत की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की। लगभग 30,000 भारतीय सैनिक और करीब 5000 घुसपैठिए इस युद्ध में शामिल थे। भारतीय सेना और वायुसेना ने पाकिस्तान के कब्ज़े वाली जगहों पर हमला किया और धीरे-धीरे अंतर्राष्ट्रीय सहयोग से पाकिस्तान को सीमा पार वापिस जाने को मजबूर किया। यह युद्ध ऊँचाई वाले इलाके पर हुआ और दोनों देशों की सेनाओं को लड़ने में काफ़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। परमाणु बम बनाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ यह पहला सशस्त्र संघर्ष था। भारत ने कारगिल युद्ध जीता।

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