हमने रिस्क लिया, आलोचना झेली तभी स्वदेशी वैक्सीन आज दुनिया को सुरक्षा कवच दे रही है: दीक्षांत समारोह में PM मोदी

नई दिल्‍ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (जनवरी 22, 2021) सुबह असम के तेजपुर विश्वविद्यालय के 18वें दीक्षांत समारोह का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्धाटन किया। 18 वें दीक्षांत समारोह में असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने भाषण की शुरुआत की। इस अवसर पर पीएम मोदी छात्रों के साथ भारतीय क्रिकेट टीम द्वारा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हासिल की गई विजय का जिक्र करना भी नहीं भूले।

अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि तेजपुर विश्वविद्यालय ने कचड़े को कंचन बनाने का बीड़ा उठाया है और यहाँ का इनोवेशन सेंटर अच्छा काम कर रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि हमें जल जीवन मिशन को आगे ले जाना है। इस दिशा में हमें नदियों से सीख लेने की जरूरत है। ऐसा इसलिए कि नदियाँ हमें जीने की प्रेरणा देती हैं।

पीएम मोदी ने कहा, “हमारा राष्ट्र इस वर्ष स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। असम के असंख्य लोगों ने हमारे स्वतंत्रता संग्राम में योगदान दिया है। अब यह आप पर है कि आप अपने जीवन का उपयोग एक आत्मनिर्भर भारत के लिए करें।”

छात्रों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल में भारत ने ‘वोकल फॉर लोकल’ के सन्देश को आम बनाया है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ हमारी शब्दावली का अहम हिस्सा हो गया है और हमारा पुरुषार्थ, हमारे संकल्प, हमारी सिद्धि, हमारे प्रयास ये सब हम अपने ईर्द-गिर्द महसूस कर रहे हैं।

पीएम मोदी ने कहा, “भारत ने त्वरित, सक्रिय निर्णय लिए और समस्या के बढ़ने का इंतजार नहीं किया। ‘मेड इन इंडिया’ समाधानों के साथ, हमने वायरस के प्रसार को नियंत्रित किया और हमारे स्वास्थ्य ढाँचे में सुधार किया। अपने हेल्थ इंफ्रा को बेहतर किया। अब हमारे वैक्सीन से जुड़ी रिसर्च और प्रोडक्शन की क्षमता भारत के साथ-साथ दुनिया के अनेक देशों को सुरक्षा कवच का विश्वास दे रही है।”

मेड इन इंडिया सॉल्यूशन से हमने कोरोना वायरस के फैलाव को कम किया। आपने हेल्थ इंफ्रा को बेहतर किया। अब हमारे वैक्सीन से जुड़ी रिसर्च और प्रोडक्शन की क्षमता भारत के साथ-साथ दुनिया के अनेक देशों को सुरक्षा कवच का विश्वास दे रही है: पीएम मोदी

भारतीय क्रिकेट टीम की साहसिक जीत का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टीम, दृष्टिकोण में बदलाव का एक बड़ा उदाहरण है। पहला टेस्ट हारने के बाद भी उन्होंने लड़ना जारी रखा। ऑस्ट्रेलिया में भारतीय क्रिकेट टीम से बुरी हार के बावजूद भी हमारे खिलाड़ियों ने जीत हासिल की। चुनौतीपूर्ण स्थिति में निराश होने की वजह, हमारे युवा खिलाड़ियों ने चैलेंज का सामना किया और नया समाधान तलाशा।”

पीएम ने युवाओं से संवाद करते हुए कहा कि अगर आपके सामने एक तरफ सुरक्षित जीवन जीने का मौका हो (सेफ पैसेज) और दूसरी तरफ रिस्क लेकर आगे बढ़ने का विकल्प हो, तो आपको रिस्क लेना चाहिए। उन्होंने कहा, “आपको क्या लगता है हमारे सामने चुनौतियाँ या रिस्क नहीं हैं। हमारी सरकार खुद रिस्क उठा रही है। हमें आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। भारत ने हालत से समझौता करने के बजाय तेजी से फैसले लिए। इसी का परिणाम है कि हम आत्मनिर्भर भारत की दिशा में काफी आगे बढ़ चुके हैं। कोरोना से निपटने में काफी सक्षम साबित हुआ। स्वदेशी कोरोना वैक्सीन भारतवासियों के साथ दुनिया को सुरक्षा कवच दे रही हैं।”

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