PDA फॉर्मूले पर अखिलेश यादव ने दी प्रतिक्रिया, दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सब इससे जुड़ें’

क्राइम रिव्यू: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने PDA के फाॅर्मूले पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि पीडीए पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों के शोषण के खिलाफ उपजी हुई एक एकता है, जिसमें हर वर्ग के लोग शामिल हैं। इसके साथ उन्होंने ने लोगों से इस दलगत राजनीति से ऊपर उठकर इससे जुड़ने की अपील भी की है। वहीं बीएसपी चीफ मायावती  की भी प्रतिक्रिया आई थी, जिसका अखिलेश यादव ने जवाब दिया है.

अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि ‘PDA मूल रूप से “पिछड़े, दलित व अल्पसंख्यक’ के शोषण, उत्पीड़न व उपेक्षा के ख़िलाफ़ उठती हुई चेतना व समान अनुभूति से जन्मी उस एकता का नाम है, जिसमें हर वर्ग के वे सब लोग भी शामिल हैं, जो मानवता के आधार पर इस तरह की नाइंसाफ़ी के ख़िलाफ़ हैं। दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सब इससे जुड़ें!”

इससे पहले मायावती ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “सपा द्वारा एनडीए के जवाब में पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) का राग, इन वर्गों के अति कठिन समय में भी केवल तुकबन्दी के सिवाय और कुछ नहीं. इनके पीडीए का वास्तव में अर्थ परिवार, दल, एलाइन्स है जिस स्वार्थ में यह पार्टी सीमित है. इसीलिए इन वर्गों के लोग जरूर सावधान रहें.”

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दरअसल अखिलेश यादव ने आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा सरकार को टक्कर देने के लिए एक नया ‘PDA’ फार्मूला तैयार किया है। जिसके दम पर वह लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा को चुनौती देने वाले हैं। उन्होंने कहा कि, “इस बार लोकसभा चुनाव में वो P यानी पिछड़े, D यानी दलित और A यानी अल्पसंख्यकों के सहारे NDA को हराएंगे।”

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